Waaree Energies Solar Cell Factory: भारत की सबसे बड़ी सोलर सेल फैक्ट्री का शुभारंभ, जानें कितनी होगी क्षमता और कहां बन रही है यह यूनिट

Waaree Energies Solar Cell Factory: Waaree Energies, जो भारत की अग्रणी सोलर पैनल निर्माता कंपनियों में से एक है, अब अपनी खुद की सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री स्थापित कर रही है। यह कदम देश को सोलर सेल आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत प्रेरणा देगा और भारत को चीन पर निर्भरता से मुक्त करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

कहां बन रही है Waaree की यह फैक्ट्री

Waaree Energies ने अपनी नई फैक्ट्री की स्थापना Gujarat के Chikhli और Umbergaon क्षेत्रों में की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह यूनिट एक Giga-scale Solar Cell Plant होगी जिसकी अनुमानित प्रारंभिक उत्पादन क्षमता 5GW तक होगी और इसे आगे बढ़ाकर 10GW तक ले जाने की योजना है।

क्या होगी उत्पादन क्षमता और तकनीक

Waaree की यह नई फैक्ट्री उच्च गुणवत्ता की Monocrystalline PERC, TOPCon, और भविष्य में HJT (Heterojunction Technology) जैसे एडवांस सोलर सेल्स बनाएगी। यह इकाई पूरी तरह से ऑटोमैटेड मशीनों और AI आधारित गुणवत्ता नियंत्रण तकनीकों से लैस होगी। कंपनी का लक्ष्य है कि साल 2026 तक यह फैक्ट्री Fully Operational हो जाए और भारत में सेल मैन्युफैक्चरिंग में नेतृत्व करे।

भारत को क्या होगा फायदा

  • भारत की सोलर इंडस्ट्री को मेक इन इंडिया के तहत बूस्ट
  • चीन से सोलर सेल आयात पर निर्भरता कम होगी
  • लोकल जॉब क्रिएशन – हज़ारों लोगों को रोजगार
  • PLI स्कीम (Production Linked Incentive) के तहत सरकारी समर्थन
  • घरेलू और इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स को किफायती और भरोसेमंद सप्लाई

Waaree का प्लान क्या है

Waaree Energies पहले से ही भारत में 12GW से अधिक की मॉड्यूल निर्माण क्षमता के साथ सबसे बड़ा सोलर पैनल निर्माता है। अब कंपनी अपने वर्टिकल इंटीग्रेशन की रणनीति के तहत Wafer-to-Module Full Line Manufacturing स्थापित कर रही है। इसका मतलब है कि अब Waaree अपनी सभी ज़रूरत की सामग्री खुद भारत में बनाएगी।

ग्लोबल विस्तार भी जारी

Waaree न केवल भारत में बल्कि अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट में भी तेजी से अपना विस्तार कर रही है। हाल ही में कंपनी ने अमेरिका में 3GW की सप्लाई डील साइन की है। यह फैक्ट्री उसके निर्यात पोर्टफोलियो को और मजबूत बनाएगी।

क्या कहती है सरकार

भारत सरकार ने Waaree जैसी कंपनियों को PLI स्कीम, ड्यूटी प्रोटेक्शन, और सब्सिडी के जरिए मजबूत समर्थन दिया है। इसका उद्देश्य भारत को ग्लोबल ग्रीन एनर्जी हब बनाना है। Waaree की यह फैक्ट्री इस मिशन में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।

निष्कर्ष: Waaree Energies की सोलर सेल फैक्ट्री भारत को सोलर टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इससे न केवल भारत में ग्रीन एनर्जी का भविष्य मजबूत होगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की सोलर मैन्युफैक्चरिंग क्षमता भी विश्वस्तरीय बन सकेगी।

डिस्क्लेमर: यह लेख Waaree Energies की प्रेस रिलीज़, औद्योगिक रिपोर्ट्स और सरकारी योजनाओं पर आधारित है। फैक्ट्री की निर्माण प्रक्रिया, तकनीकी विवरण और लॉन्च डेट समय के अनुसार बदल सकते हैं।

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