DCR Vs Non-DCR Solar Panels: सोलर इंडस्ट्री में DCR और Non-DCR पैनल्स का जिक्र अक्सर होता है, खासकर जब बात सरकारी सब्सिडी या पब्लिक सेक्टर प्रोजेक्ट्स की आती है।
DCR का मतलब है Domestic Content Requirement, यानी ऐसे सोलर पैनल जिनके सेल और मॉड्यूल दोनों भारत में बने होते हैं।
वहीं Non-DCR पैनल में सेल या मॉड्यूल में से कोई एक (या दोनों) आयातित हो सकता है।
DCR Solar Panel क्या है?
- सेल और मॉड्यूल दोनों भारत में निर्मित
- सरकार की “Make in India” नीति का समर्थन
- सरकारी योजनाओं जैसे PM Kusum और Rooftop Solar Subsidy के तहत अनिवार्य
- MNRE द्वारा अप्रूव्ड निर्माता ही यह पैनल बना सकते हैं
- आमतौर पर थोड़े महंगे लेकिन सब्सिडी योग्य
Non-DCR Solar Panel क्या है?
- इसमें विदेशी (आमतौर पर चीन, मलेशिया, वियतनाम) सेल या मॉड्यूल शामिल हो सकते हैं
- इन पैनलों की कीमत कम होती है
- गुणवत्ता के लिहाज़ से कई बार बेहतर विकल्प उपलब्ध होते हैं
- ये सरकारी सब्सिडी के लिए पात्र नहीं होते
- प्राइवेट प्रोजेक्ट्स में आमतौर पर इनका उपयोग ज्यादा होता है
DCR और Non-DCR में प्रमुख अंतर
पैमाना | DCR Panel | Non-DCR Panel |
---|---|---|
निर्माण स्थान | भारत में पूरी तरह से | आंशिक रूप से विदेश से आयातित |
सब्सिडी पात्रता | पात्र | नहीं पात्र |
मूल्य | थोड़ा अधिक | तुलनात्मक रूप से कम |
उपलब्धता | सीमित निर्माताओं के पास | व्यापक और विविध |
प्रदर्शन | स्थिर और सरकारी टेस्ट पास | कई बार उच्च दक्षता उपलब्ध |
उपयोग क्षेत्र | सरकारी योजना, DISCOM सब्सिडी | इंडस्ट्रियल/कॉमर्शियल/प्राइवेट यूज |
DCR पैनल कहां जरूरी हैं?
सरकार ने जिन योजनाओं में DCR पैनल को अनिवार्य किया है, वे हैं:
- PM Kusum Yojana (Component B & C)
- Residential Rooftop Solar Subsidy (MNRE/DISCOM)
- Railway, NTPC, SECI जैसी सरकारी संस्थाओं के प्रोजेक्ट्स
यदि आप सब्सिडी के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो आपको DCR पैनल ही लगवाने होंगे।
किसे चुनें – DCR या Non-DCR?
DCR चुनें अगर:
- आप सरकारी सब्सिडी लेना चाहते हैं
- आप चाहते हैं भारतीय उत्पादों का समर्थन
- आपका इंस्टॉलेशन सरकारी योजना के अंतर्गत आता है
Non-DCR चुनें अगर:
- आप ज्यादा आउटपुट और एफिशिएंसी चाहते हैं
- आप सब्सिडी नहीं ले रहे और खुद से सिस्टम लगवा रहे हैं
- आपका बजट सीमित है और ज्यादा क्षमता की जरूरत है
क्या Non-DCR Panels कमज़ोर होते हैं?
नहीं। कई Non-DCR पैनल्स की परफॉर्मेंस, वॉरंटी और एफिशिएंसी DCR से बेहतर होती है। कई प्राइवेट कंपनियां जैसे Trina Solar, Jinko, LONGi, Canadian Solar आदि ग्लोबली मान्यता प्राप्त हैं और भारत में बड़े कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल होती हैं।
निष्कर्ष
DCR vs Non-DCR Solar Panels का चुनाव पूरी तरह आपकी जरूरत, बजट और सब्सिडी पात्रता पर निर्भर करता है। यदि आप सरकारी सहायता के साथ सोलर लगवाना चाहते हैं, तो DCR पैनल ही एकमात्र विकल्प है। लेकिन अगर आप ज्यादा एफिशिएंसी और कम लागत चाहते हैं और सब्सिडी की परवाह नहीं करते, तो Non-DCR पैनल बेहतर हो सकते हैं।
डिस्क्लेमर
यह लेख MNRE गाइडलाइन्स, उद्योग विशेषज्ञों और बाजार में उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। सब्सिडी, नीति और पैनल की उपलब्धता समय-समय पर बदल सकती है।
Read more:
- Loom Solar 3kW Solar System: घर और दुकान के लिए बेस्ट सोलर पैकेज, जानें कीमत, फीचर्स और बचत की पूरी डिटेल
- National Rooftop Solar Portal: अब घर बैठे लगवाएं सोलर पैनल और पाएं सब्सिडी – जानें पूरी प्रक्रिया, फायदे और रजिस्ट्रेशन गाइड
- Solar Panel Light: बिजली बिल शून्य, पूरी रात रौशनी जानें कैसे काम करती है सोलर लाइट और कितनी है कीमत
- SD6 Turbine Solar Panels: हवा और सूरज दोनों से बिजली बनाएं, जानिए क्या है ये हाइब्रिड टेक्नोलॉजी और क्यों मचाई है चर्चा